भास्कर ने फैलाई गलत खबर: पढ़िए खैरथल में जिंदा जले सेल्समैन घटना की पूरी सच्चाई

अलवर के खैरथल थाना क्षेत्र में शनिवार रात एक शराब के ठेके में आग लग गई, जिसमें ठेके के अंदर मौजूद सेल्समैन की जलने से मौत हो गई। घटना कुमपुर गांव की है जहां लोहे के कंटेनर में एक शराब का ठेका चल रहा था, उस ठेके पर झाड़का गांव का कमल (23) काम करता था। जिसकी शनिवार रात ठेके में आग लगने से मौत हो गई। परिवार का आरोप है कि कमल को पेट्रोल डालकर सुनियोजित तरीके से मारा गया है।
थानाधिकारी ने कहा अंदर से लॉक था ठेका
थानाधिकारी दारा सिंह के मुताबिक यह घटना शनिवार रात की है। जहां आग लगने से सेल्समैन कमल की मौत हो गई। सूचना मिलने के बाद वहां पुलिस पहुंची। पुलिस ने अंदर से बंद शटर को तोड़कर कमल को मृत अवस्था में बाहर निकाला। शराब के ठेके के अंदर कमल डीफ्रीज के अंदर बैठा हुआ मिला, जो पूरी तरह से जला और झुलसा हुआ था। पुलिस के मुताबिक सुबह पुलिस पहुंची तो लोहे का कंटेनर ठंड़ा था इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आग रात को जल्दी ही लग गई होगी, जिससे सुबह तक वह ठेका ठंडा हो गया था। ठेके के आसपास कोई भी घर नहीं होने के कारण आग की सूचना किसी को नहीं पाई। सुबह गांव के लोगों के सामने ठेका को खोलकर डेडबॉडी निकाली गई।

परिजनों का क्या कहना है?
मृतक के चचेरे भाई ने बताया कि 24 अक्टूबर की शाम 4 बजे ठेकेदार सुभाष और राकेश उनके घर आए और मृतक कमल को अपने साथ लेकर गए। रात को वह नहीं आया तो लगा की वह ठेकेदार के साथ है सुबह आ जाएगा। लेकिन सुबह आग लगने की घटना के बारे में पता चला। मृतक के चचेरे भाई ने बताया कि “हमें लगता है कि किसी ने ठेके के अंदर कुछ लिक्विड डाला जिसके बाद आग लगाई गई और भाई जलकर मर गया”। पुलिस ने 302, 436 न 120 IPC व SC/ST एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। परिवार का आरोप है कि किसी ने सुनियोजित तरीके से किसी ने मार डाला। एफआईआर में मृतक के भाई ने कहा कि आरोपियों की जांच कर उन्हें कड़ी सजा दिलवाई जाए।

ठेकेदार सुभाष ने क्या कहा
इस ठेके में राकेश यादव को कोई लेना देना नहीं है वह पिछले साल मेरे साथ पार्टनर था। इस साल उसके साथ कोई पार्टनरशिप नहीं है। ठेकेदार सुभाष ने बताया कि हमने सेल्समैन कमल को 2 महीने पहले ही जॉब पर रखा था। वह रात को ठेके के अंदर ही सोता था। उसमें करीब 10 लाख की शराब भरी थी। सैलरी भी हमने उसको दी थी। पुलिस में जो FIR दी गई है उसमें सैलरी की कोई बात नहीं। अखबार ने गलत लिखा है। मैं शनिवार को कमल के घर नहीं गया पीड़ित परिवार ने गलत आरोप लगाए हैं।
अखबार ने फैलाई गलत खबर
अखबार ने सेल्समैन को सैलरी ना देने की बात लिखी जो कि FIR में कही नहीं लिखी है। अखबार ने सीधा ठेकेदार को आरोपी बनाया। अखबार ने लिखा ‘राकेश और सुभाष ने ही कमल को पेट्रोल डालकर जिंदा जलाया, फिर कंटेनर में आग लगा दी। भास्कर ने इस मुद्दों को गलत तरीके से पेश किया है’।
अभी FSL टीम घटनास्थल पहुंचकर जांच कर रही है। भरतपुर FSL टीम के डॉ. राहुल दीक्षित मौके पर पहुंचे हैं साथ में भिवाड़ी SP राममूर्ति जोशी, DSP ताराचंद, SHO दारासिंह भी मौके पर है।