शाहजहांपुर बॉर्डर पर पहुंचे हजारों किसान, किसान आंदोलन में नया मोड़

कृषि कानूनों के विरोध में राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर पर डटे किसान की बरसात ने मुसीबत बढ़ा दी। आज रविवार को शाहजहांपुर खेड़ा हरियाणा बॉर्डर पर करीब 1200 ट्रैक्टर के साथ 4000 किसान पहुंच गए है। ट्रैक्टर लेकर ये सभी किसान टिकरी बॉर्डर से शाहजहांपुर पहुंचे हैं। जिस कारण से शाहजहांपुर खेड़ा हरियाणा बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन तेज हो गया है। पहले से ही यहां हजारों की संख्या में किसान मौजूद है। नेशनल हाइवे 48 पर करीब 3 किलोमीटर तक किसान जमे हुए है। कुछ दिन पहले ही यहां किसानों ने बैरियर को तोड़कर दिल्ली की ओर कूच किया था। आज यहां हजारों की संख्या में किसान ट्रैक्टर लेकर पहुंचे हैं।
रविवार को रेवाड़ी से होते हुए हजारों की संख्या में किसान शाहजहांपुर बॉर्डर पहुंचे हैं। जिससे रेवाड़ी वाले मार्ग पर जाम लग गया। आम लोगों को आने-जाने में काफी दिक्कत महसूस हुई। शाहजहांपुर हरियाणा बॉर्डर पर यह सभी किसान ‘भारतीय किसान यूनियन’ के नेतृत्व में आए हैं। असल में तीन-चार दिन पहले भी बॉर्डर से किसान बैरियर को तोड़कर आगे निकल गए थे। अब उनकी जगह कई हजार दूसरे किसान आ गए हैं।
अब किसान यहां पहुंचकर आगे की रणनीति बनाने में लग गए हैं। 26 जनवरी से पहले किसान दिल्ली की तरफ कूच कर सकते हैं, जिससे सरकार पर दबाव बन सकता है। इससे पहले किसान 26 जनवरी को तिरंगा लेकर दिल्ली परेड में शामिल होने का ऐलान कर चुके हैं। माना जा रहा है इसी कारण से आज यहां हजारों की संख्या में किसान पहुंचे हैं ताकि अलग-अलग फ्रंट से सरकार पर दबाव बनाया जा सके।
शाहजहांपुर हरियाणा बॉर्डर पर किसानों का दो दिसम्बर से आंदोलन जारी है। 12 दिसम्बर से नेशनल हाइवे पर पड़ाव है। 25 दिसम्बर से हाइवे की दोनों लेन बंद है। इस कारण हाइवे पूरी तरह बंद हैं। किसान नेता रामपाल जाट बीमार होने से अस्पताल में भर्ती हैं। नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल भी यहां पड़ाव पर हैं। उनके साथ भी बड़ी संख्या में कार्यकर्ता व किसान मौजूद हैं। अब यहां वापस किसानों की संख्या बढ़ने से आंदोलन ने नया मोड़ ले लिया है।